सड़क किनारे ठेलों पर कोयलों पर भुनते पीले रंग के भुट्टे की महक किसी को भी ललचाने पर मजबूर कर सकती है। भुट्टा यानी मकई, मक्का या कॉर्न औषधीय गुणों से भरपूर होता है। रिसर्च से पता चलता है कि भुट्टा ऐसा अनाज है जिसे पकाने के बाद भी उसके पौष्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण नष्ट नहीं होते, बल्कि बढ़ जाते हैं।
1-दिल रखे स्वस्थ Keep heart healthy
भुट्टा में कैरोटीनॉयड नामक विटामिन ए का बेहतरीन स्रोत होते हैं, जो दिल की बीमारियों की आशंका को कम करने में मददगार होता है। इसमें मौजूद विटामिन सी, बायोफ्लेविनॉयड और फीनोलिक कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित रखता है।
2-अल्सर से छुटकारा Get rid of ulcers
भुट्टे में कार्बोहाइड्रेट यानी कि घुलनशील तथा अघुलनशील फाइबर की मात्र अधिक होती है। यह आंतों में बैक्टीरिया या बीमारी फैलाने वाले जीवाणुओं को खत्म कर देता है। इससे अल्सर के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।
3-एनीमिया से बचाव Prevention of Anemia
भुट्टे में मौजूद विटामिन बी और फोलिक एसिड खून की कमी को रोकते हैं। इसे खाने से आयरन की कमी पूरी होती है जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मकई के पीले दाने मिनरल्स से भरपूर होते हैं, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
4-कैंसर रखे दूर Cancer kept away
भुट्टा एंटीऑक्सीडेंट का समृद्घ स्रोत है। इसमें मौजूद फेरुलिक एसिड, फीनोलिक, बीटा कैरोटीन और कैरोटीन कैंसर जैसी जटिल बीमारियों से लड़ने में फायदेमंद है। इसको खाने से कैंसर की आशंका कम होती है।
5-मेमोरी करे शार्प Sharp Memory
भुट्टे में मौजूद थायमिन और नायसिन जैसे विटामिन हमारे तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य और मेमोरी को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं। थायमिन याददाश्त के लिए आवश्यक न्यूरोट्रांसमीटर का काम करता है, जिसके अभाव में उम्र बढ़ने के साथ-साथ अल्जाइमर रोग हो जाता है।
6-आयरन का स्त्रोत source of iron
मक्का आयरन के सबसे अच्छे स्रोतों में एक है। उबला हुआ मक्का अपनी डाइट में शामिल करने से आयरन की कमी पूरी होती है, जिससे बीमारियां दूर रहती हैं।
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